इचाक बाजार में विशाल बेकरी का उद्घाटन

अभिषेक कुमार
इचाक बाजार मुख्य सड़क अग्रवाल मेडिकल के सामने विशाल बेकरी खुला। जिसका उद्घाटन सोमवार को विधायक प्रतिनिधि सचिदानंद अग्रवाल ने फीता काटकर किया। श्री अग्रवाल ने कहा कि बाजार में बेकरी खुलने से लोगो को जरूरत के समान मिल सकेगा। चूंकि इचाक बाजार 19 पंचायतों का मुख्य बाजार है। यहां हज़ारों लोगों का प्रतिदिन आना जाना लगा रहता है। बेकरी के संचालक विशाल कुमार ने कहा कि हमारे यहाँ बेकरी से सम्बंधित समान की क्वालिटी में कोई समझौता नही होगा। ग्राहकों का सुविधा का ख्याल रखा जाएगा। मौके पर सुदीप साव, सबिता देवी, जितेंद्र पांडेय, पिंटू सोनी, अमरनाथ अग्रवाल, प्रभास अग्रवाल, मिंटू कुमार, शंकर कुमार, बैजनाथ कुशवाहा समेत कई लोग मौजूद थे।

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर छोटा अखाड़ा और सूर्य मंदिर में महाप्रसाद वितरण

इचाक प्रखंड के ऐतिहासिक स्थल राम जानकी मंदिर छोटा अखाड़ा और सूर्य मंदिर में सोमवार को महाप्रसाद खीर का वितरण किया गया। वीरान पड़े राम लला की इस मंदिर में धर्म और संस्कृति को बचाने के लिए लगातार युवाओं के द्वारा प्रयास किया जा रहा है। इसी के तत्वाधान में प्रत्येक वर्ष छोटा अखाड़ा परिसर में महाभोग एवं प्रसाद का वितरण होते आ रहा है। श्री राम जानकी मंदिर समिति द्वारा बताया गया कि कार्तिक माह के अंतिम दिन इस स्थल की विशेष महत्ता है। पूरे 30 दिनों तक बड़ा अखाड़ा से प्रभात फेरी निकलता है, वही छोटा अखाड़ा भी धर्म के दृष्टिकोण से वीरान ना पड़ जाए इसे देखते हुए लगातार कई वर्षों से आज के दिन महा भोग व प्रसाद वितरण किया जाता है। जबकि सूर्य मंदिर में अहले सुबह युवाओं के द्वारा खीर वितरण किया गया। छोटा अखाड़ा में प्रसाद वितरण करने वालों में विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष आशीष सोनी, सुबोध सोनी, सोनू सोनी, देवंत सिन्हा, मुकेश गुप्ता, मनोज सोनी, पप्पू पाण्डेय, रवि गुप्ता,
जबकि सूर्य मंदिर में अमन कुमार सिन्हा, सुबोध कुमार पांडेय पुजारी , प्रणव कृष्ण , अमित कुमार , विकी कुमार , शुभम् केशरी , अमित कुमार , अभिषेक कुमार , सुषमा कुमारी , विकाश कुमार , रोहित प्रजापति , शिव शंकर पाठक समेत कई लोगो का नाम शामिल हैं।

बड़ा अखाड़ा से कार्तिक माह तक चलने वाला प्रभात जागरण संपन्न, रात्रि में महाभोग वितरण

अभिषेक कुमार
इचाक। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रखण्ड के लक्ष्मी नारायण मंदिर बडा अखाड़ा से भव्य शोभा यात्रा सोमवार को निकाली गयी। कार्तिक मास के पूरे महीने 30 दिनों तक कीर्तन मंडली और प्रखंड वासियों की ओर से सुबह को प्रखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण कर प्रभात फेरी निकलती थी, जो कार्तिक पूर्णिमा के अंतिम दिन बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी शोभा यात्रा में शामिल हुए। लक्ष्मी नारायण मंदिर बड़ा अखाड़ा ईचाक का प्रमुख धरोहर हैं। धर्म के प्रति चेतना और जागरूकता के साथ बड़ा अखाड़ा की महत्ता बनाये रखने के लिए सामूहिक रूप से कीर्तन भजन होता हैं।
इस दौरान तीस दिनों तक कार्तिक फेरी का आयोजन करने वाले कीर्तन मंडली का नेतृत्व प्रकाश राम द्वारा एवं मंगला आरती उमेश पाण्डेय द्वारा किया गया। प्रकाश राम ने बताया की वर्षो से लक्ष्मी नारायण मंदिर से प्रभात फेरी निकाली जा रही है। इसी परंपरा को निभाते हुए क्षेत्र में धर्म के प्रति चेतना और जागरूकता लाने का सफल प्रयास किया जा रहा है। वहीं कार्तिक पूर्णिमा की संध्या मंदिर में महाआरती के बाद महाप्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
अखाड़ा परिसर को गुनगुन और अनामिका द्वारा रंगोली बनाकर मंदिर को सजाया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सुन्दर सोनी, महेश वैध, विशेश्वर वैध, पन्नु राम, बीरू पाण्डेय, गजेंद्र प्रजापति, सत्रुघन राम, उमेश सिन्हा, प्रमोद कुमार, कौशल मेहता, दुखन मोदी, विशिष्ट दास, हरी साव, छोटू कैटर, नारायण प्रजापति, महेंद्र गोप आदि का योगदान रहा। शोभा यात्रा में वरिष्ट नेता बटेश्वर मेहता, विधायक प्रतिनिधि सच्चिदानंद अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार उमेश प्रताप, महंत विजयानंद दास, युवा नेता गौतम कुमार, भाजपा मंडल अध्यक्ष सुभाष सोनी, मोहन केसरी, गोविंद केसरी, संजय अग्रवाल, संजीत गुप्ता, भोला भगत,आरएसएस के संदीप सोनी, शंकर सोनी, उमेश वर्मा, कैलाश अग्रवाल, राजू वर्मा, जेके सिंह, छोटन यादव, विहिप के आशीष सोनी, पप्पू पाण्डेय, रघु पाण्डेय,भावी विधायक उम्मीदवार रेनू देवी, महेंद्र मेहता, कामख्या सिंह, मनोज कपरदार, अशोक ठाकुर, भोला भूषण भगत, आलोक कुमार, आशीष अग्रवाल, अशोक राम समेत बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी शामिल थे।

उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना के साथ सम्पन्न हुआ छठ महापर्व

अभिषेक कुमार
लोक आस्था और सूर्य उपासना का महापर्व छठ सोमवार को सुबह उगते सूर्य के अर्घ्य के साथ ही संपन्न हो गया है । विभिन्न छठ घाटों पर ये पर्व धूमधाम से मनाया गया। चार दिवसीय इस अनुष्ठान के चौथे दिन अर्घ्य के बाद व्रतियों ने अन्न-जल ग्रहण कर 'पारण' किया। इस दौरान छठ मईया के भजनों और लोक गीतों की बयार बहती रही जिससे सारा वातावरण भक्तिमय नज़र आ रहा था।
मोदी पोखर घाट पर बनाई गई छठ मैया की वेदी और भगवान भास्कर के प्रतिमा एवम सूर्य मंदिर में दीया जलाए गए और मंगल गीत गाते हुए पूजा की गई। छठ पर्व के चौथे और अंतिम दिन हज़ारो से भी ज्यादा व्रतधारी और उनके साथ आए कई लोगों ने मोदी पोखर छठ घाट, सूर्य मंदिर तालाब, छावनी तालाब, गूंजा तालाब, कुरहा तालाब, मोकतमा नदी, फुरुका नदी, लोहड़ी नदी, शिवानी नदी, डुमरोन तालाब, सिजुआ छठ घाट, नावाडीह छठ घाट, शिव शक्ति गंगा धाम, बनाही तलाब, जमुनिया नदी समेत प्रखंड के कई छठ घाटों पर पहुंच कर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की। इसके बाद व्रती अपने घर आकर जल-अन्न ग्रहण कर 'पारण' किया और 36 घंटे का निर्जल उपवास समाप्त किया। इसके साथ ही सूर्य देव की उपासना का पर्व छठ सम्पन्न हो गया। व्रतधारी महिलाओं और पुरुषों ने पूरी आस्था के साथ भगवान सूर्य को पानी में खड़े हो कर अपना अर्घ्य अर्पित किये।
बाद में घाट पर बनी बेदी के चारों ओर बैठ कर महिलाओं ने छठ मईया की पूजा की और गीत गाए।इस दौरान सभी छठ घटो को लाइट बत्ती, बैलून से सजाया गया था। सूर्य मंदिर छठ पूजा समिति द्वारा वर्तियो के लिए विशेष प्रबंध किया गया था, तो वही बजरंग क्लब पेठियाबागी द्वारा नारियल,फल व दही का व्यवस्था किया गया था। जिसमे अमन सिन्हा, रोहित प्रजापति, सचिन कुमार, सागर कुमार, शिव शंकर पाठक, अमित कु. प्रजापति, कुंदन कुमार, किशन सिंह, भूपेंद्र सिंह,शशि कुमार, आशीष कुमार, अंकु कुमार, राहुल देव पाठक, विकाश प्रजापति, रोहन कुमार, विशाल कुमार, अजीत यादव, नितीश कुमार, आकाश यादव, रोशन यादव समेत सूर्य मंदिर पूजा कमेटी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
वही अन्य छठ घाटों पर कई सामाजिक संगठनों द्वारा वर्तियो के लिए स्टॉल लगाए गए थे। छठ घाटों पर सुरक्षा व शांति व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस- प्रशासन एवम् विभिन्न छठ घाटों पर निरीक्षण करते दिखे। क्षेत्र में सुख शांति और समृद्धि के साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ संपन्न हुआ।

कैम्पियन बेसिक एकेडमी में रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन

अतिथियों ने प्रतिभागियों को किया पुरस्कृत
•अभिषेक कुमार
इचाक मानव विकास द्वारा संचालित कैम्पियन बेसिक एकेडमी में गुरुवार को दिपावली के अवसर पर बच्चो के बीच रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस अवसर महिला सशक्तिकरण , विविधता में एकता, विश्व कल्याण, आदित्य L- 1 जैसे थीम पर पर बच्चों के द्वारा एक से बढ़कर एक सुंदर और आकर्षक रंगोली कलाकृति बनाई गई । कक्षा प्रथम से पंचम तक के विद्यार्थियों के द्वारा विविधता में एकता थीम चुना गया वहीं कक्षा षष्ठी से दसवीं तक के विद्यार्थियों के द्वारा महिला सशक्तिकरण पर रंगोली का प्रदर्शन किया गया।निर्णायक की भूमिका में हजारीबाग प्रेस क्लब के अध्यक्ष उमेश प्रताप, झारखंड ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक प्रहलाद कुमार, गुंज संस्था दिल्ली से अजीत कुमार , पत्रकार अभिषेक कुमार, रामअवतार स्वर्णकार तथा रंजीत कुमार ने निभाई। विद्यार्थियों को कुल दो श्रेणियों ए और बी में बांटा गया। कक्षा प्रथम से पांचवी तक में कक्षा 1 ए ने प्रथम स्थान , कक्षा 4 ने द्वितीय स्थान, तथा कक्षा 3 बी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा छठी से दसवीं तक में कक्षा 8 ने प्रथम ,कक्षा 6 ए ने द्वितीय तथा कक्षा 7 ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर हजारीबाग प्रेस क्लब के अध्यक्ष उमेश प्रताप ने कहा की दीपावली असत्य पर सत्य का पर्व है, रंगोली प्रतियोगिता अपनी संस्कृति को जीवन्त रखने का सबसे अच्छा माध्यम है,विद्यालय के सचिव बीरबल प्रसाद ने कहा की विद्यालय में पढाई के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन विद्यार्थियो में सामूहिकता का विकास होता है तथा उनमें अपनी संस्कृति के प्रति जागरुकता बढ़ती है । शाखा प्रबंधक प्रहलाद ने कहा की इस तरह के कार्यक्रम से बच्चों का मानसिक विकास होता है। बच्चो को अभिषेक कुमार समेत कई लोगो ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन प्राचार्या सुरभि वर्मा ने किया।कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षक संदीप सिंह, गौरव कुमार,आरिफ हुसैन, रजनी कुमारी,विवेक पांडे, सुजीत कुमार, धनेश्वर कुमार,रजा आलम, रंजीत शर्मा, अनिता दास, कविता कृष्णा, स्मिता कुमारी सोनी कुमारी, मोहन करमाली, कैंपियन किड्स के सरिता कुमारी, नीतू कुमारी, सबी कुमारी, ममता सिंह, बेबी देवी तथा गुड्डू कुमार का सराहनीय योगदान रहा।

पुरनपनिया पगडंडी पर कहराते रही निशा, 7 किमी खटिया के सहारे सीएचसी पहुंची गर्भवती महिला

© हाथी का दांत बनकर रह गया डाडी घाघर उप स्वास्थ्य केंद्र
© जंगल में बना स्वास्थ्य केंद्र रहता है बंद, पुरनपनिया में नहीं है सड़क
© घंटो जद्दोजहद के बाद गर्भवती पहुंची सीएचसी, जच्चा बच्चा स्वस्थ
•अभिषेक कुमार
इचाक। प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र डाडी घाघर पंचायत अंतर्गत पुरनपनिया गांव में रविवार को मार्मिक दृश्य सरकार के खोखले दावे का पोल खोल दी। जहां पगडंडी के सहारे खटिया पर गर्भवती महिला निशा कुमारी को कराहते हुए फुफंदी गांव तक लाया गया जिसके बाद एंबुलेंस से इचाक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाया गया। बताते चलें की निशा अपनी बहन के घर पुरनपनिया आई हुई थी। गर्भवती महिला को शनिवार के सुबह से ही दर्द उठा था। लेकिन गांव में कोई पुरुष नहीं रहने के कारण समय से अस्पताल नही पहुंचाया गया। जिसके बाद रविवार को तेज दर्द होने पर परिजन प्रसूति के लिए जर्जर पगडंडी पर सात किलोमीटर महिला को खटिया में लेकर पैदल चलने पर विवश थे। हालांकि काफी तकलीफों को पार करते हुए गर्भवती महिला को इचाक सामुदायिक स्वास्थ्य लाया गया। जहां उसने स्वस्थ्य बच्चा को जन्म दिया।फिलहाल जच्चा बच्चा स्वस्थ्य है। पुरनपनिया एक ऐसा गांव है जहां सैकड़ों घर आदिवासियों का बसेरा है। जहां आज भी लोग सड़क, बिजली और पानी के लिए तरसते है। जहां एक ओर सरकार विकास की गाथा गाती है वही दूसरी ओर ऐसा मार्मिक दृश्य सच्चाई को बताने में कोई कसर नहीं छोड़ा। ऐसे बेबस ग्रामीणों की सुध लेने वाला न कोई जनप्रतिनिधि है और ना ही प्रशासन। आजादी के कई सदी बीत जाने के बाद भी इस गांव के ग्रामीण सरकारी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। अब तो सरकार और प्रशासन से ग्रामीण उम्मीद भी तोड़ चुके हैं कि इस गांव में कभी सवेरा होगा और कोई सुविधा मिल पाएगा। क्योंकि स्थानीय विधायक, सांसद, झारखंड के कई मंत्री और उपायुक्त के पास गांव में सड़क, बिजली, अस्पताल, मूल सुविधा को लेकर आवेदन और ज्ञापन देकर जागरूक ग्रामीण चक्कर काट कर थक हार चुके हैं, क्योंकि उनकी फरियाद सुनने वाला कोई नहीं मिला। डाढ़ी घागर पंचायत के ग्रामीणों ने पिछले चुनाव के दौरान मतदान नहीं करने की घोषणा भी की थी लेकिन प्रशासनिक लॉलीपॉप ने ग्रामीणों साथ समझौता कर मत के अधिकार को अपनाने की बात कही थी।
इसके बावजूद आज तक उस गांव में बेबस ग्रामीणों का हाल जानने पदाधिकारियों की एक गाड़ी भी नहीं गई है। सरकार की निगाहों में डाडी घाघर के जंगल में एक उप स्वास्थ्य केंद्र खोला गया है, जो हाथी का दांत साबित हो रहा। ग्रामीण कहते है की स्वास्थ्य केंद्र सिर्फ ठीकेदारी के उद्देश्य से बनाया गया। जहा न कोई स्वास्थ्य कर्मी रहते है और ना ही चिकित्सक। गांव से उल्टा जंगल रास्ते कोसो दूर उप स्वास्थ्य केंद्र बना है जो किसी काम का नही।
समाजसेवी सह भाजपा नेता रमेश कुमार हेम्ब्रोम ने कहा कि जहां झारखंड में एक ओर भगवान बिरसा मुण्डा का शहादत दिवस मनाया जाता है, वही दूसरी ओर आदिवासियों के बीच ऐसी लागतर घटना देखने को मिल रही है।लगता है कि इन महापुरुषों का सपना एवं शहादत भी अधूरा साबित होता दिख रहा है। लगातार इस क्षेत्र के विकास और घटनाओं को लेकर आवाज को उठाते आया हूँ लेकिन कोई फरियाद सुनने वाला नहीं। डाड़ीघाघर पंचायत के भौगोलिक स्थिति को देखते हुए ग्राम फूफन्दी मे उप स्वास्थ्य केंद्र अविलम्ब बनाने की मांग किया है।
•क्या कहते है मुखिया
डाडी घाघर पंचायत के मुखिया नन्द किशोर उर्फ नंदू मेहता ने बताया की जंगलों के बीच बसा यह गांव आज भी मूलभूत सुविधाएं से वंचित है, क्योंकि विकास योजनाओं के लिए वन विभाग चुनौती के रूप में साबित हो रही। कई बार विभाग को इसकी जानकारी दी गई लेकिन कोई सकारात्मक पहल करने को तैयार नहीं है। वन क्षेत्र होने के कारण योजनाओं पर काम करने के लिए वन विभाग की अनुमति नहीं मिल पाता जिसका खामियाजा हम ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। मुखिया द्वारा पुन: मांग किया गया है की सड़क निर्माण हेतु वन विभाग द्वारा अनापति पत्र निर्गत किया जाय ताकि इस गांव को विकास कार्यों से जोड़ा जा सके।

सरकार के आदेश बाद भी खुल रहे इचाक के कई निजी स्कूल

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