पंचायत सचिव पद पर नियुक्ति हेतु अनुशंसित अभ्यर्थियों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जाँच 19 एवं 20 मई को

हजारीबाग झारखण्ड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा पंचायत सचिव पद पर नियुक्ति हेतु अनुशंसित अभ्यर्थियों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जाँच 19 एवं 20 मई को किया जाएगा। हजारीबाग जिला के लिए अनुशंसित अभ्यर्थियों के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जाँच समाहरणालय, हजारीबाग के तृतीय तल्ला कमरा नं० A-305 में दिनांक 19/05/2023 एवं 20/05/2023 को पूर्वाहन 11:00 बजे से निर्धारित किया गया है। ज़िला पंचायती राज पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि हजारीबाग जिला के लिए सभी चयनित अनुशंसित अभ्यर्थियों सभी मूल प्रमाण पत्रों, मूल प्रमाण पत्रों की दो प्रति छायाप्रति एवं पासपोर्ट साईज 4 फोटो के साथ समाहरणालय, हजारीबाग के तृतीय तल्ला कमरा नं0 A-305 में दस्तावेजों का सत्यापन कराएं।

मॉडल स्कूल प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए 78 बच्चे

इचाक प्रखंड के सुदूर इलाका डाढ़ा में संचालित मॉडल स्कूल प्रवेश परीक्षा में 78 विद्यार्थी शामिल हुए। बुधवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 9 बजे परीक्षा की शुरुआत हुई। प्रधानाध्यापक मो शाहनवाज आलम ने बताया कि छठी में प्रवेश के लिए 60, सातवीं में सात और आठवीं में नामांकन के लिए 18 विद्यार्थी जांच परीक्षा में शामिल हुए।बताया की जांच परीक्षा में प्रखंड के विभिन्न गांव के कुल 78 विद्यार्थियों ने जांच परीक्षा दी। परीक्षा का परिणाम गर्मी छुट्टी के बाद घोषित किया जाएगा। जिसके बाद नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। परीक्षा के दौरान पवन कुमार चौधरी,स्वेता आनंद,रेखा अग्रवाल,संजय कुमार दास,संदीप कुमार,शिव पूजन रविदास मौजूद थे। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी वंशीधर राम ने बताया कि ग्रामीण अभिभावक अपने बच्चों का नामांकन मॉडल स्कूल में करवा सकते हैं। जहां छट्ठी से लेकर मैट्रिक तक इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई मुफ्त दी जाती है।इसके अलावा एमडीएम की व्यवस्था सरकार की ओर से किया गया है।

बीईईओ ने किया पांच स्कूलों का औचक निरीक्षण,गायब मिले सहायक शिक्षक

इचाक इचाक बीईईओ वंशीधर राम ने बुधवार को पांच स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में बीईईओ ने शिक्षको के बायोमेट्रिक एवं मैनुअल उपस्थिति पंजी छात्र उपस्थिति पंजी, एमडीएम की गुणवता और क्लास मौजूद बच्चों से सिलेबस से रूबरू हुए।जंगली इलाका में संचालित प्राइमरी स्कूल सिमरातरी में 43 में से 37 बच्चे उपस्थित मिले। वहीं प्राथमिक स्कूल करम टांड़ में 119 में से 76 विद्यार्थी मौजूद थे। सभी शिक्षक समय से स्कूल में मौजूद थे। जांच के क्रम में उत्क्रमित मध्य विद्यालय बभनी का निरीक्षण किया जहां सहायक शिक्षक चैतलाल सिंह13 मई बिना सूचना स्कूल से गायब मिले ।जिनके खिलाफ कारण पूछो नोटिस जारी करते हुए विभागीय कार्रवाई की बात कही। यूपीएस लुकुइया में कार्य और उपस्थिति पर भड़क उठे। उन्होंने स्कूल के सचिव लखन रविदास को उपस्थिति बढ़ाने का निर्देश दिया।बताया कि क्लास वन, टू, थ्री में एक भी बच्चों का नामांकन नहीं है। जिसके खिलाफ विभाग को अवगत कराने की बात कही। इसके अलावा उत्क्रमित प्राथमिक स्कूल दिग्घी का निरीक्षण किया। जहां दोनों सहायक शिक्षक मौजूद पाए गए । इस दौरान सभी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के बायोमेट्रिक और मैनुअल उपस्थिति पणजी के अलावा छात्र उपस्थिति पंजी का निरीक्षण किया।

रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को ईडी ने किया गिरफ्तार

रांची: जमीन फर्जीवाड़े मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने गुरुवार को रांची के पूर्व डीसी और समाज कल्याण विभाग के निदेशक छवि रंजन को गिरफ्तार कर लिया है। करीब 10 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद आईएएस छवि रंजन को ईडी ने गिरफ्तार किया है। रांची के पूर्व डीसी छवि रंजन को रांची में जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉड्रिंग के केस में ईडी ने गुरुवार को दूसरी बार पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद देर रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में करीब एक दर्जन जमीन के बारे में जानकारी लेने का ईडी ने प्रयास किया। कई जमीन दलालों के और छवि रंजन के बैंक अकाउंट से ट्रांजैक्शन होने के सबूत मिले हैं। हालांकि, छवि रंजन ने ईडी को बताया कि रजिस्ट्री का सारा दारोमदार सब रजिस्टार पर छोड़ दिया गया था। पूर्व के दो समन पर जब आईएएस अधिकारी छवि रंजन पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे तो ईडी ने तीसरा समन भेजकर 24 अप्रैल को रांची स्थित जोनल कार्यालय में बुलाया था। इस दौरान करीब 10 घंटे के पूछताछ में आईएएस छवि रंजन अधिकतर सवालों के जवाब ठीक से नहीं दे पाए, कई सवालों पर चुप्पी साधी या फिर कहा याद नहीं है। छवि रंजन से ईडी ने उनके और आश्रितों से जुड़ी सारी संपत्ति का रिकॉर्ड भी मांगा था। छवि रंजन को भूमि घोटाले में गिरफ्तार लोगों को सामने बैठाकर भी पूछताछ की गई थी। पूछताछ में बताया था कि जमीन के मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ की गई है। रांची के तत्कालीन डीसी छवि रंजन के निर्देश पर उनलोगों ने गलत दस्तावेज बनाए। इसके लिए पैसे भी मिले थे। प्रशासन की ओर से जमीन पर कब्जा दिलाने में भी सहयोग किया जाता था। 13 अप्रैल को 22 ठिकानों पर ईडी ने मारा था छापा आर्मी से जुड़े जमीन घोटाले मामले में ईडी ने बीते माह 13 अप्रैल को आईएएस छवि रंजन सहित 18 लोगों से जुड़े 22 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। छापेमारी में बड़गाई के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के आवास भारी मात्रा में डीड मिले थे। वहीं, कुछ जमीन माफिया के यहां से फर्जी डीड बनाने के स्टांप आदि भी मिले थे। छापेमारी में छवि रंजन का मोबाइल भी ईडी ने बरामद किया था, जिसमें ईडी के संभावित प्रश्न व उसके तैयार उत्तर भी थे।

सरकार के आदेश बाद भी खुल रहे इचाक के कई निजी स्कूल

@आदेश ना मानने वाले विद्यालय प्रभारी पर होगा मामला दर्ज - बीडीओ अभिषेक कुमार 🖋️ इचाक। झारखंड में हीट वेव के कारण लोगों का जीवन अस्त-...