@आदेश ना मानने वाले विद्यालय प्रभारी पर होगा मामला दर्ज - बीडीओ
अभिषेक कुमार 🖋️
इचाक।
झारखंड में हीट वेव के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिला में अधिकतम तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच गया है। इस बीच सरकार के आदेश के बावजूद इचाक में कई प्राइवेट स्कूल खुले रह रहे है। स्कूली बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ पर शिक्षा विभाग अंजान है। पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी पड़ रही है. इसका असर सड़कों पर भी दिख रहा है. सुबह 10 बजते ही तेज धूप के कारण सड़कों पर लोगों की आवाजाही कम हो गई है. जबकि दोपहर होते-होते सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है. लिहाजा, स्कूली बच्चों के हित को देखते हुए स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने 30 अप्रैल से 8वीं तक की सभी कक्षाएं स्थगित रखने का आदेश जारी किया था.यह आदेश 29 अप्रैल को जारी हुआ था. इसका असर भी हुआ. सभी सरकारी स्कूल की कक्षाएं बंद है। लेकिन कुछ निजी स्कूलों ने सरकार के इस आदेश को संजीदगी से नहीं लिया. इनमें इचाक के प्रतिष्ठित स्कूलों समेत कई अन्य का नाम शामिल है.इस लापरवाही के बाबत कई अभिभावकों ने नाम नहीं बताने की सूरत में स्कूल प्रबंधन के मनमानी पर नाराजगी जताई. अभिभावकों ने बताया कि आम दिनों की तरह 30 अप्रैल, 1,2 और 3 मई को नर्सरी से कक्षा 8 तक के बच्चों को स्कूल जाना पड़ा। प्रखंड में संचालित कई निजी स्कूल सरकार के गाइडलाइन का पालन करना उचित नहीं समझते है। कई ऐसे विद्यालय है जिसमे एक कमरा में ही बच्चो को ठूस कर बैठाते है। पर्याप्त जगह नहीं रहने पर बच्चो को अलग से गर्मी वाली परेशानी झेलनी पड़ती हैं। सरकार द्वारा बनाए गए मापदंड के विपरित आज भी कई निजी स्कूल संचालित है। जिससे बच्चो का मानसिक और शारीरिक विकास अधर में है। इधर सोशल मीडिया माध्यम से कई स्कूलों की तस्वीर को अभिभावकों ने साझा कर विद्यालय कक्षा जारी होने की सूचना दी है। वही मामला को गंभीरता से लेते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया की गुरुवार को कई संचालित स्कूल के प्रबंधकों से बात की गई। उनको सरकार के द्वारा जारी निर्देश का पालन करने की हिदायत दी गई है। अगर इसके बावजूद भी कक्षा जारी रखा जाता है तो संचालित विद्यालय के प्रभारी पर कानूनी कार्यवाई करते हुए मामला दर्ज किया जाएगा।
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