कारीमाटी म• विद्यालय से अस्सी हजार सरकारी राशि गबन

•मिड डे मिल का राशि गबन पर मुखर हुए जनप्रतिनिधि
•गोईठा और लकड़ी पर बनता है मिड डे मील
•सचिव ने सीआरपी के हाथ से छीना रजिस्टर - बीईइओ
•स्कूल परिसर में पसरा है गंदगी का अंबार,जनप्रतिनिधि करेंगे आंदोलन
✍️ अभिषेक कुमार
इचाक प्रखंड के राज्य कृत मध्य विद्यालय कारीमाटी में विकास कार्य के सरकारी राशि गबन करने का मामला तब प्रकाश में आया जब गुरुवार को प्रमुख पार्वती देवी, मुखिया संघ के अध्यक्ष सकेंदर मेहता, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी बंशीधर राम, मुखिया प्रतिनिधि चंदन कुमार विद्यालय में निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस क्रम में विद्यालय के भवन, रसोई घर, शिक्षक और विद्यार्थियों की उपस्थिति पंजी, माध्यम भोजन रेकड़, विकास मद रेकड का बारी बारी से जायजा लिया गया। जिसमे सचिव सरयू राम और अध्यक्ष संजय मेहता के मिली भगत से किए गए सरकारी राशि का गमन समेत कई भ्रष्ट कार्यों की पोल खुल गई। इस संबंध मे बीईइओ बंशीधर राम ने बताया की लॉक डाउन के समय बच्चो को मिलने वाला छात्रवृति, मध्याह्न भोजन समेत वर्ष 2022-23 में विद्यालय को विकास कार्य रंग रोगन करने हेतु सरकारी मद मिला था।उस मद के केस्टोडियन सचिव, अध्यक्ष और संयोजिका होते है। जिनके संयुक्त हस्ताक्षर से ही पैसे की निकासी की जाती है। लेकिन संयोजिका के फर्जी हस्ताक्षर बना कर सचिव और अध्यक्ष ने अवैध रूप से विकास फंड के 80000/ अस्सी हजार रूपए की निकासी कर गटक गए। जबकि विद्यालय में किसी भी तरह का कोई भी विकास काम नहीं किया गया। वही मध्यान भोजन में मिली शिकायत पर पूर्व में स्कूल का निरीक्षण करने सीआरपी के साथ गया था। तो हेड मास्टर सरयू राम ने विभागीय रजिस्टर को सीआरपी के हाथो से छीन कर हमलोगों साथ दुर्व्यवहार किया गया। जिसके बाद सरकारी राशि गबन करने और प्रबंधन में गड़बड़ियां के खिलाफ स्पष्टीकरण जारी किया गया था। लेकिन अबतक सचिव और अध्यक्ष के तरफ से विभाग को कोई जवाब नही मिला. जिसे लेकर मामला को जिला कार्यालय भेज कर अवगत करा दिया गया है।
इधर पूरे मामले पर प्रमुख पार्वती देवी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि रसोईघर पूरी तरीके से जर्जर हो चुकी है जो कभी भी बड़ी घटना को सांकेतिक कर रही है। वही सरकार के द्वारा गैस चूल्हा उपलब्ध कराए जाने के बावजूद विद्यालय में गोइठा और लकड़ी से मध्यान भोजन बनाना अनुचित है। बताया गया कि अध्यक्ष और संयोजिका के द्वारा गैस चूल्हा और टंकी को अपने घर ले जाया गया है । विद्यालय के चारों ओर कचरा का अंबार पड़ा है जो स्वच्छ भारत मिशन को खुली चुनौती यह विद्यालय दे रहा है।
विद्यार्थियों के भौतिक और मानसिक विकास पूरी तरह निम्न बताया गया। जनप्रतिनिधियों ने विद्यालय प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए पूरे मामले को लेकर उपायुक्त समेत शिक्षा मंत्री तक पहुंचाने की बात कही है। कहा है की बच्चो के भविष्य साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ करने नही दिया जाएगा। जरूरत पड़ने पर पंचायत से लेकर प्रखंड और जिला तक आंदोलन किया जाएगा। विद्यालय निरीक्षण के दौरान प्रमुख पति सिकंदर दास, पंसस पति दिनकर मेहता, वार्ड सदस्य राजकुमार मेहता, सुरेश मेहता, महेंद्र कुमार, तालेश्वर मेहता, कृष्ण मेहता समेत कई लोग मौजूद थे।

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