मृत कावरिया नंदलाल का शव पैतृक गांव पहुचते ही छाया मातम

अभिषेक कुमार
इचाक मृत कांवरिया नंदलाल राम का शव पैतृक गांव परासी के अंबेडकरनगर पहुंचते ही परिजनों और मोहल्ले वालों की चित्कार से माहौल गमगीन हो गया। मृतक की घायल पत्नी पनवा देवी बुजुर्ग मां विष्णु देवी, बेटी पुष्पा और माधुरी तथा इकलौते पुत्र मुकेश कुमार दास शव देख दहाड़ मार कर रो पड़े। पड़ोस की महिलाएं मृतक नंद लाल की पत्नी पनवा को संभालने में जुटे थे। वह भी पति के साथ देवघर जल चढ़ाने गई थी। घटना में पनवा अपनी एक आंख खो बैठी है। बावजूद इसके मुखाग्नि देने से पूर्व उसे हॉस्पिटल से रिलीज करा कर घर लाया गया।ताकि अंतिम संस्कार का रस्म उसके हाथों पूरा कराया जा सके। पड़ोस के लालमोहन रविदास, नेमधारी रविदास, अशोक रविदास, नंदकिशोर रविदास ने बताया कि नंदलाल पत्नी के साथ 12 जुलाई को जल चढ़ाने बाबा नगरी देवघर के लिए निकला था। मोहल्ले के लोगों को उम्मीद था कि सोमवार को घर पहुंचने पर देवघर का प्रसाद प्राप्त होगा। लेकिन प्रसाद से पहले नंदलाल रविदास का शव पहुंचा। जिससे मोहल्ले वासी अचंभित और आश्चर्यचकित हैं।नांदलाल एक सामाजिक कार्यकर्ता के साथ अकेला काम काजी सदस्य था। जो मजदूरी कर बुजुर्ग मां पत्नी और बेटा के खाना खर्चा और पढ़ाई पूरा करता था। उसके गुजर जाने से जहां पत्नी विधवा हो गई ,मां का सहारा लूट गया वही इकलौता बेटे के सिर से पिता का साया हट गया।

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