कस्तूरबा की छात्राओ ने घंटों किया भूख हड़ताल

अनियमितता के खिलाफ प्रदर्शन कर रही छात्राओं ने डीसी को बुलाने की करते रहे मांग
(इचाक)
अभिषेक कुमार
प्रखण्ड के बोंगा स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में व्याप्त अनियमितता के खिलाफ आक्रोशित छात्राओ ने बुधवार की सुबह घंटो भूख हड़ताल पर बैठी। विद्यालय के गेट पर ही भूख हड़ताल पर बैठी छात्राओं ने डीसी को बुलाने की मांग करने लगी। छात्राओं का कहना था की जबतक उपायुक्त खुद आकर समस्याओं को नही सुनेगी तबतक खाना नही खायेंगे। घंटो हो हंगामा के बाद अधिकारियों की नींद खुली। वार्डन ने बीपीओ और बीईईओ को इसकी सूचना दी। बीपीओ ने बच्चियों को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन छात्राएं अपनी मांग पर डटी रही। अंतता जिला शिक्षा पदाधिकारी उपेन्द्र नारायण को विद्यालय पहुंचना पड़ा। जिसके साथ डीएसई समेत डीएलओ की टीम द्वारा बच्चियों को समझाने बुझाने के बाद 9:00 बजे सुबह से हड़ताल पर बैठी छात्राओं ने दोपहर 2:00 बजे हड़ताल खत्म किया। इसके बावजूद अधिकारियों ने अनियमितता के मामलों की जांच कर कार्यवाई करने की बजाय सिर्फ आश्वासन देकर मामले की लीपापोती कर दी। """""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""" अनियमितता के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठी थी छात्रा
अनियमितता के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठी थी छात्राए
जानकारी के अनुसार पूजा के बाद विद्यालय खुलते ही यहां पढ़नेवाली छात्राओं को सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधा से वंचित रखा जाने लगा। आठवीं कक्षा की छात्राओं ने कहीं की उन्हें भोजन मेनु के अनुसार नही दिया जाता एवम् जबरन जली सब्जी खाने के लिए कहा जाता है। वहीं स्टेशनरी और दैनिक उपयोग की सामग्री नहीं दी जा रही। इस ठंड में कंबल के बैगर सोने से कितने बच्चियां को पैर में दर्द की शिकायत भी हुई। बेंच डेस्क के बिना पठन पाठन करना छात्राओ के लिए मुश्किल हो गया है। इन्ही सभी मांगों को लेकर छात्राओं ने लगातार घंटो प्रदर्शन किया। """"""""""""""""""""""""""""""""""""""""""""
क्या कहते है जिला शिक्षा पदाधिकारी
जिला शिक्षा पदाधिकारी उपेन्द्र नारायण ने बताया की मामला की जानकारी मिलते ही विद्यालय पहुंच कर समस्याओं को जाना। टेंडर नही होने के कारण स्प्लायर सामान नहीं दे रहा। सप्लायर को सामान देने तथा वार्डन और अकाउंटेंट को व्यवस्था सुधारने का आश्वासन दिया गया है। अगर दो दिनों के भीतर व्यवस्था दुरुस्त नहीं किया गया तो विभागीय कार्यवाई की जाएगी। """"""""""""""""""""""""""""""""""""""""""" सामग्री आपूर्ति किये बिना राशि निकाले जाने की आशंका
सामग्री आपूर्ति किये बिना राशि निकाले जाने की आशंका
कस्तूरबा विद्यालय में इस तरह की अनियमितता का मामला कई बार सामने आया है। दूध, ब्रेड, स्टेशनरी, सब्जी सहित अन्य सामग्रियों में लूट-खसोट की आशंका व्यक्त की जा रही है. बताया गया कि वित्तीय वर्ष में सामग्रियों की आपूर्ति टेंडर सप्लायर को करना था. जबकि विद्यालय में नियुक्त आधा दर्जन सप्लायरों ने नियमानुसार सामग्री की सप्लाई नहीं की है।

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