इको सेंसेटिव जोन की असंवैधानिक नियम के खिलाफ इएसजेड की बैठक

इको सेंसेटिव की परिधि नियम के विरुद्ध, इएसजेड संघर्षशील समिति आंदोलन के मुड मे <;">
अन्य राज्यों के तर्ज पर ईएसजेड की दूरी तय करे सरकार
इचाक, अभिषेक कुमार। इको सेंसेटिव जोन संघर्षशील समिति हजारीबाग की बैठक बुधवार को सिझुवा हाई स्कूल के प्रांगण में की गई। बैठक की अध्यक्षता सांसद प्रतिनिधि व ईएसजेड के अध्यक्ष भागवत मेहता ने की । संघर्षशील समिति के लोगों ने बताया कि नेशनल पार्क इको सेंसेटिव जोन की परिधि पूर्व की सरकार द्वारा बढ़ाकर 5 किलोमीटर कर दिया। जिसमें इचाक, पदमा, कटकमसांडी के 218 गांव को लिया गया, जो असंवैधानिक है। इसमें ना तो किसी जनप्रतिनिधि एवं ना ही गांव में आमसभा कर राय ली गई। समिति के लोगों ने राज्य एवं केंद्र सरकार से अपना जीवन यापन करने की मांग करते हुए कहा कि अन्य राज्यों की तरह हजारीबाग नेशनल पार्क की दूरी को कम कर क्षेत्र के मुख्य व्यवसाय क्रेशर को चालू कराया जाए। क्रेशर बंद हो जाने से क्षेत्र में आम जनता एवं मजदूरो के बीच बेरोजगारी एवं पलायन की समस्या बढ़ गई है । साथ ही क्राइम बढ़ता जा रहा है । संशोधन कर दूरी कम नहीं किया जाता है तो इको जॉन सेंसेटिव में पडने वाले क्रेशर खदान के साथ अन्य सभी तरह के व्यवसाई पर प्रतिबंध लग सकता है। संशोधन कर दूरी कम नहीं किया जाता है तो संघर्षशील समिति के लोग सड़क से सदन तक आंदोलन करेंगे बैठक में पूर्व सांसद भुनेश्वर मेहता , जिप अध्यक्ष उमेश मेहता , जिला परिषद सदस्य बसंत नारायण मेहता, उप प्रमुख सत्येंद्र कुमार ,पूर्व उपप्रमुख सह संरक्षक चंद्रदेव मेहता ,मुखिया संघ अध्यक्ष रंजीत कुमार मेहता, चोहन मेहता, सचिव राजेश मेहता, उपाध्यक्ष प्रसादी प्रसाद , किशोर मेहता , संतोष मेहता, अजय मेहता, बबलू कुमार ,मनोज कुमार, अनिल कुमार, विनोद कुमार मेहता , जीतेन्द्र मेहता , सुरेन्द्र कुमार रविदास , के अलावा संघर्ष समिति के सैकड़ों लोग शामिल थे।

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