इचाक सीएचसी का हाल बेहाल, डाक्टर और संसाधनों का दंश झेल रहा

डॉक्टर व संसाधनों के अभाव का दंश झेल रहा है इचाक सीएचसी


 कोरोना योद्धा बन सेवा भावना से दिन रात डटे हैं  डा• ओमप्रकाश



अभिषेक कुमार

इचाक 

कोरोना वैश्विक महामारी के बढ़ते प्रभाव को लेकर जहां आम जनजीवन तबाह हो रहा है, वहीं इचाक प्रखंड के करीब 1.25 लाख लोगों का स्वास्थ्य सुविधा की उम्मीद बना इचाक का 30 बेड वाला आधुनिक सुविधा से लैस कहा जाने वाला  सामुदायिक  स्वास्थ्य केन्द्र इन दिनों खुद चिकित्सकों , स्वास्थ्यकर्मियों एवं मशीनरी संसाधनों की कमी का दंश झेल रहा है। जिस कारण ओपीडी सेवा के साथ साथ अस्पताल में बनाए गए कोविड आइशोलेशन वार्ड के लिए भी डॉक्टर और प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मी का अभाव है।


 एक्स-रे मशीन व टेकनिसियन तक नही:-

 कोविड से लड़ने के लिए अस्पताल के पास एक्सरे मशीन , वेंटिलेटर, सीटी स्कैन मशीन होनी चाहिए पर इनमे से एक भी मशीन एवं इनके टेकनिसियन तक नही है. लैब में भी आधुनिक जांच कई मशीन उपलब्ध नहीं होने के कारण टीसीडीसी , विडाल , ईसीआर ब्लड ग्रुप का जांच नहीं किया जाता है। अस्पताल में छह बेड का एक कोविड वार्ड बनाया गया है. यहां मात्र छह ऑक्सीजन सिलिंडर है। वार्ड में तीन शिफ्ट में ड्यूटी देने के लिए तीन चिकित्सक एवं स्पेशल रूप से कम से कम छह चिकित्साकर्मियों की दरकार पड़ती है। अस्पताल में जो भी स्वास्थ्यकर्मी है वे ओपीडी सेवा , कोविड जांच हेतु स्वाब कलेक्शन , कोविड वैक्सीन टीकाकरण इत्यादि कार्य में लगे हुए हैं। 



 ट्रूनेट जांच हेतु लैब का उद्घाटन हुआ पर टेकनिशियन का कमी है 



 प्रभारी चिकित्सक निभा रहे है कोरोना योद्धा की भूमिका



सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इचाक में पांच चिकित्सक कार्यरत हैं लेकिन इस विषम परिस्थिति में एक मात्र प्रभारी चिकित्सक डा ओमप्रकाश कोरोना योद्धा के रूप में अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं . डेंटल चिकित्सक डा माधवी सप्ताह में मात्र दो दिन सोमवार एवं मंगलवार को ओपीडी करती हैं बाकी पूरे सप्ताह अकेले प्रभारी डा ओमप्रकाश मरीजों की सेवा में लगे रहते हैं , इसके अलावा डा पुष्कर की ड्यूटी एचएचसीएच में लगा दी गई है, जबकि डा इरफान कोरोना पॉजिटिव हो जाने के कारण अस्पताल में भर्ती थे। अब वे कोरोना को मात देने के बाद अब होम आइशोलेशन में हैं। वहीं डा अंजली मातृत्व अवकाश पर हैं। यही कारण है कि आम लोगों को 24 घंटे ओपीडी एवं रात्रि सेवा का लाभ नही मिल पा रहा है। वर्तमान समय मे फार्मा रमेश कुमार गुप्ता , बीपीएम अनीता तिर्की, लेखा प्रबंधक रत्नेश कुमार सिंह,  एएनएम ज्योति कुमारी,  मेरी मेलिड कुजूर ,  किरण पासवान , गीता कुमारी,  सुषमा कुमारी, एलिजाबेथ करकेट्टा , सुचिता तिर्की , अंजू कुमारी , राजू कुमार , विकास कुमार , एनजीओ के सुनीता कुमारी , सावित्री , सुमन ,स्मिता , राजेंद्र समेत , राजेश्वर समेत अन्य स्वास्थ्यकर्मी कोरोना काल में भी बेखूबी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं ।

No comments:

Post a Comment

वन विभाग से नाराज ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का दिया आवेदन

इचाक प्रखंड के डाढ़ा पंचायत अंतर्गत मड़पा गांव के ग्रामीणों ने वन विभाग से नाराज हो कर वोट बहिष्कार का ऐलान किया। जिस बाबत उपायुक्त हजारी...