प्रभार अदला-बदली में हंगामा, डीएसई आफिस में हाई वोल्टेज ड्रामा

•गढ़वा से आए नए डीएसई आकाश कुमार ने स्वत: ग्रहण किया प्रभार
• डीएसई संतोष गुप्ता ने चार्ज देने से किया इनकार
•जहां स्वागत-विदाई में पहनाना चाहिए माला, वहां सरकारी दफ्तर में जड़ दिया ताला
अभिषेक कुमार🖋️
हजारीबाग हजारीबाग नया समाहरणालय स्थित डीएसई आफिस में बुधवार को दिनभर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। जैसे ही गढ़वा से ट्रांसफर होकर चार्ज देने के लिए नए डीएसई आकाश कुमार आए पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता उनका स्वागत करने की जगह सरकारी दफ्तर में ताला बंद करा यह कहते हुए निकल गए कि चार दिनों के बाद प्रभार देंगे। प्रभार लेने और योगदान देने हजारीबाग आए नए डीएसई आकाश कुमार ने सरकारी आदेश का हवाला दे बुधवार को ही प्रभार सौंपने को कहा। लेकिन पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता निकल वहां से चलते बने। कोई चारा नहीं देख आकाश कुमार डीइओ प्रवीण रंजन के पास गए। फिर डीसी से मिल कर स्वत: प्रभार ग्रहण करने की अनुमति मांगी। इस बीच संतोष गुप्ता कोई रजिस्टर लेने आए और जैसे ही दफ्तर का ताला खुलवाया डीएसई ने चार्ज एज्युम कर लिया। फिर क्या था, पूर्व डीएसई को कुछ नहीं सूझा तो शिक्षकों की काउंसिलिंग के लिए डीएसई आफिस में बेंच लगवाने लगे। सरकार के ट्रांसफर लेटर में काउंसिलिंग का जिक्र है कि डीएसई काउंसिलिंग करेंगे। ऐसे में अब काउंसिलिंग की जिम्मेवारी नए डीएसई की है, अन्यथा सरकार ने जिन शिक्षा पदाधिकारियों के तबादले का आदेश पत्र जारी किया है, उसमें काउंसिलिंग का जिक्र ही नहीं होता। इधर एज्युम चार्ज पर डीइओ ने हस्ताक्षर करने की बात कही है। ऐसे में पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता को प्रभार लेने की मजबूरी है।
आखिर नए डीएसई को चार दिनों बाद प्रभार क्यों देना चाह रहे थे संतोष गुप्ता, जानिए अंदरखाने की बात
तबादला होकर आए नए डीएसई आकाश कुमार को आखिर संतोष गुप्ता प्रभार देना क्यों नहीं चाह रहे थे। इस मामले में झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मो. अतिकुज्जमा ने कहा कि दूसरे जिले से आए शिक्षकों की पोस्टिंग के लिए लाखों रकम की वसूली की गई है। अब पूर्व डीएसई पशोपेश में हैं कि जिला स्थापना समिति की बैठक नहीं होने से उन शिक्षकों को क्या जवाब देंगे। ऐसे में शिक्षकों से वसूली गई रकम लौटानी होगी। दरअसल किसी को तनिक अनुमान नहीं था कि सरकार का फरमान जारी होते ही ने डीएसई प्रभार लेने आ जाएंगे। पूर्व डीएसई को संभालने का मौका ही नहीं मिला। इन चार दिनों में डीएसई आफिस में और क्या-क्या खेल होंगे कहना मुश्किल है। क्या-क्या अनियमितताएं और सबूत मिटाए जाते या फिर शिक्षकों को रकम लौटाई जाती। वहीं अपने चहेते पदाधिकारियों, कर्मियों और शिक्षकों के भी भविष्य की राह तलाशते। बहरहाल चार्ज नहीं देने से स्वत: ही सारे कारनामों की पोल पलभर में उजागर बीती स्पष्ट परिलक्षित होती प्रतीत हुई।
आरडीडीई आफिस में भी हो चुकी है चार्ज रिज्युम की घटना
""""""""""""""""""""" आज से करीब 20 साल पहले आरडीडीई आफिस में भी चार्ज रिज्युम की घटना है चुकी है। तब नगीना राम को लक्ष्मण सिंह चार्ज नहीं दे रहे थे। वर्ष 2003 में मजिस्ट्रेट की अगुवाई में दफ्तर का ताला तुड़वाकर नगीना राम ने स्वत: चार्ज लिया था।
पोस्टिंग के लिए रकम देनेवाले शिक्षक पशोपेश में, बुरे फंसे बिचौलिए
दूसरे जिले से ट्रांसफर होकर आए 93 में वह सभी शिक्षक सकते में हैं, जिन्होंने बिचौलियों के माध्यम से मनचाही पोस्टिंग के लिए लाख-सवा लाख तक खर्च किए हैं। उनकी पोस्टिंग पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता के माध्यम से होनी थी। लेकिन अब नए डीएसई के आ जाने से पुराने डीएसई के तुरूप का पत्ता बदल गया। ऐसे़ में शिक्षक यह पशोपेश में हैं कि इतनी राशि खर्च कर मनचाहे स्कूलों में पोस्टिंग मिलेगी या नहीं। वहीं बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले कुछ बीइइओ, क्लर्क, कंप्यूटर आपरेटर, सरकारी व पारा शिक्षक सकते में हैं कि पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता की पिंड तो छूट गई, शिक्षकों के कोप भाजन का शिकार तो अब बिचौलिए ही बनेंगे। चूंकि स्थापना में पूर्व डीएसई की सूची बदलनी तय है। दरअसल इस वसूली मामले की शिकायत डीएसई से लेकर शिक्षा सचिव व मुख्यमंत्री तक हो चुकी है। कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि इसी वजह से शनिवार को जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक टाल दी गई और पूरे कार्यकाल में सर्वाधिक विवादित रहनेवाले पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता अपनी ही कारस्तानी के चक्रव्यूह में फंस गए।

वज्रपात के चपेट में आने से बालक की गई जान

अभिषेक कुमार🖋️
इचाक इचाक थाना क्षेत्र के काला द्वार गांव स्थित पार टांड़ में हुई बज्रपात की चपेट में आने से बैजनाथ साव के 12 वर्षीय पुत्र मैक्स कुमार की मौत घटना स्थल पर ही हो गई। मृतक बालक अपने मां पिता के साथ पार टांड़ में धनिया का बीज लगा रहा था। इसी दौरान बज्रपात हो गई। जिसके चपेट में मैक्स आ गया। घटना में मृतक के पिता बैजनाथ साव और उसकी मां बाल बाल बच गई। मृतक बच्चे की मौत की खबर सुनने के बाद गांव वालों की भीड़ पार टांड़ की ओर उमड़ पड़ी।मैक्स सातवीं का छात्र था। लोगों ने आनन-फनन में बालक को अस्पताल ले जाने का भरपूर कोशिश किया लेकिन बुजुर्गों ने बता दिया कि उसकी मौत हो चुकी है। मौके पर पहुंची मुखिया सीता कुमारी ने मृतक के परिजनों को सरकारी प्रावधान के अनुसार मुआवजा और आवश्यक सहयोग का आश्वासन दिया है । मृतक बालक के शव का पोस्टमार्टम गुरुवार को कराया जाएगा। इसके बाद अग्नि गुरुवार को किया जाएगा मृत बालक दो बहनों में इकलौता भाई था उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है।

उप मुखिया पर रिश्वत मांगने का लगा आरोप

डीसी को सौंपा ज्ञापन
अभिषेक कुमार🖋️
इचाक प्रखंड के हदारी पंचायत निवासी मनरेगा के किसानों ने अपने ही पंचायत के उप मुखिया पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। जिसे लेकर हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय को आवेदन सौप कर मामला का जांच करने की गुहार लगाया गया है। दिए गए आवेदन में कहा है कि हमलोग हदारी के मनरेगा किसान लाभुक है। हमलोग के नाम से मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत सेड निर्माण की स्वीकृति हुई थी। जिसका सामग्री का भुगतान 18/06/2024 को हुआ। भुगतान होने के बाद उपमुखिया बबलु कुमार के द्वारा 10% रिश्वत की माँग कि जा रही थी। नही देने पर हमलोग के विरुद्ध आवेदन देकर शिकायत किया की बिना योजना का भुगतान हुआ है। इन्होंने पहले भी पुर्व मुखिया सदा देवी के विरूध RH-D विभाग, शौचालय निर्माण SDM के तहत दबंगई का धौंस दिखाकर रिश्वत की मांग किया था। उस समय हजारीबाग उपायुक्त महोदय रवि शंकर शुक्ला के द्वारा जाँच किया गया था। जो शिकायत निराधार बताया गया था। उस समय भी आवेदन कर्ता बबलु कुमार ही था। इसका काम यही है की रिश्वत नहीं देने पर शिकायत करते रहना। अब भी उपमुखिया बबलु कुमार के द्वारा शिकायत पत्र उपायुक्त को सौपा गया है जो की गलत है। आवेदन देने वालो में कुन्दन मेहता, दिवाकर कुमार, अमरनाथ कुमार, यशवंत कुमार मुकेश कुमार समेत दर्जनों का हस्ताक्षर शामिल है।
क्या कहते है उप मुखिया
इस संबंध में उप मुखिया बब्लू कुमार ने कहा की लगाए गए आरोप निराधार है। अगर ईमानदारी से इसकी जांच होती है तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। कैसे योजनाओं का बंदरबाट हो रहा इसकी सच्चाई सबके सामने आ जाएगी।

भ्रष्टाचार के खिलाफ इचाक के पंचायत प्रतिनिधियों ने आंदोलन का किया एलान

जनप्रतिनिधियों द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद व निराधार - बीडीओ
अभिषेक कुमार🖋️
इचाक प्रखंड के मुखिया संघ और अन्य पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा मंगलवार को हदारी पंचायत भवन में बैठक किया गया। जिसकी अध्यक्षता डुमरौन के मुखिया चौहन मेहता ने किया।इस दौरान मुखिया संघ द्वारा बीडीओ और सीओ पर आरोप लगाते हुए कहा की इचाक प्रखंड सह अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है। मनरेगा कार्य में बीडीओ की मनमानी से तंग होकर आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ा है। जिसके लिए इचाक प्रखंड के 19 पंचायत के सभी मुखिया आंदोलन करने का एलान किया है। मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष रंजीत कुमार मेहता ने कहा इचाक बीडीओ संतोष कुमार के कार्यशैली एवं उनके मनमानी रवैया से सभी जनप्रतिनिधि आहत हैं। इसलिए प्रखंड मुख्यालय के समक्ष सभी जनप्रतिनिधि अनिश्चित कालीन धरना देने का मन बना चुके हैं। जिसके रूप रेखा को लेकर बैठक की गई। एसडीओ हजारीबाग को आवेदन देने के बाद तिथि की घोषणा की जाएगी। मुखिया संघ के संरक्षक अशोक कपरदार ने कहा कि बीडीओ संतोष कुमार अपने पावर का दुरुपयोग कर रहे हैं. बीडीओ द्वारा मनरेगा का सभी कार्य ग्राम रोजगार सेवक एवं ऑपरेटर के माध्यम से बाजबरन प्रखंड कार्यालय से करवा रहे हैं. जिससे मुखिया का अधिकार का हनन हो रहा हैं.मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष सकेंद्र प्रसाद मेहता ने आरोप लगाते हुए कहा की बीडीओ एवं सीओ रिश्वत के बगैर कोई काम नहीं करते. एलपीसी बनाने में मोटी रकम वसूली कर रहे हैं एवं म्यूटेशन,भूमि प्रतिवेदन बनाने के नाम पर वसूली करते हैं। वहीं प्रखंड कर्मी हो या अंचल कर्मी पंचायत भवन में कोई नहीं बैठता है जिस कारण विकास कार्य करवाने में लाभुक को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। मौके पर उप प्रमुख सत्येंद्र कुमार, मुखिया मोदी मेहता ,उमेश प्रसाद ,निशु कुमारी, संगीता देवी ,अशोक राम, सिकंदर कुमार राम, मंजू देवी, नंदकिशोर मेहता ,एवं मुखिया प्रतिनिधि कुशलचंद मेहता, चंदन मेहता ,श्रीकांत मेहता ,ओमप्रकाश मेहता, दयानंद कुमार, मौजूद थे.
जनप्रतिनिधियों द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद व निराधार - बीडीओ
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार गुप्ता ने बताया की पंचायत के विकास में जनप्रतिनिधियों की बड़ी भूमिका होती है। मुखिया वित्तीय पावर के साथ एक जिम्मेवार नागरिक होते है। इस तरह का बेबुनियाद और निराधार आरोप लगाना उचित प्रतीत नहीं होता। आंदोलन और बैठक की कोई जानकारी मुझे नहीं है। सच्चाई के साथ उचित प्लेटफार्म पर मुखिया को बात करना चाहिए था। अगर प्रखंड कर्मी के खिलाफ कोई भी शिकायत मिली है उस पर त्वरित संज्ञान लिया गया है। अभी तक किसी मुखिया के द्वारा कभी भी कोई शिकायत मुझे प्राप्त नहीं हुई।

इचाक में शान से लहराया तिरंगा, देशप्रेमियों ने दी सलामी

झारखंड आंदोलनकारियों को किया गया सम्मानित अभिषेक कुमार🖋️ इचाक। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इचाक प्रखण्ड में राष्ट्रीय त्योहार हर्षोल्लास...