हजारों किलोमीटर का सफर तय करके बढ़ाया सनातन धर्म का मान
@ आस्था के प्रति जागरूक और चेतना जागृत किया
@ घर वापसी पर ग्रामीण करेंगे बाजे गाजे साथ स्वागत
🖋️अभिषेक कुमार
"कौन कहता आसमान में सुराख नही होती, जरा तबियत से सिक्के तो उछालो"
अपनी मन की मुराद पाने और आस्था का मिशाल कायम करने को लेकर एक ऐसा युवक इस युग में 51 दिनों की पैदल यात्रा कर माता वैष्णव देवी का दर्शन कर धर्म प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित कर दिया। बताते चलें कि हिसुआ के वार्ड नंबर 18 ब्रह्मपिचाश मुहल्ला निवासी अजय सिंह एवं रेखा देवी के पुत्र कन्हैया कुमार बीते 18 दिसम्बर 2023 को माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए पैदल यात्रा पर निकले थे। कन्हैया के अनुसार अचानक उनके अंतर आत्मा से उठी आवाज़ के बाद उन्होंने मां वैष्णो देवी के दर्शन को लेकर हिसुआ से 1900 किलोमीटर तक पैदल सफर किया। वे 50 दिनों तक पैदल यात्रा कर 51वें दिन माता रानी का दर्शन कर सनातन प्रेमियों के लिए उदाहरण बने। इस दौरान जम्मू कश्मीर, कटरा और वैष्णव दरबार में यात्रीगण को जब पता चला की कन्हैया ने पैदल सफर कर यहा तक पहुंचे है तो कई लोग उनको देख उत्साहित होकर साथ में सेल्फी ली। कन्हैया बताते है की पैदल यात्रा में कई समस्याएं आई सुनसान राहों में भय भी लगा लेकिन मां दुर्गा पर अटूट विश्वास ने कभी मनोबल खोने नही दिया। आस्था और विश्वास के साथ यह यात्रा का शुभारंभ कर धर्म के प्रति चेतना जागृत करना भी उद्देश्य बताया। उन्होंने कहा की अगर मन में ठान लो तो हर मुश्किलें आसान हो जाता। युवा पीढ़ी भी अब सनातन धर्म को जान और समझ रहे है।
इधर घर वापसी के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने युवक कन्हैया को सम्मान देने के लिए गाजे बाजे के साथ स्वागत करने की तैयारी कर रखी है। कई सनातन धर्म प्रेमियों ने बताया कि यह गांव के लिए गर्व की बात है। जिसने ऐसा कठिन यात्रा कर धर्म का सकारात्मक संदेश दिया है।
इधर कन्हैया के साथ कटरा से मंदिर तक जाने में साथी मंतोष कुमार, अमन कुमार, धनमेंद्र कुमार, अंकित राज, पिंटू कुमार, विनय कुमार शामिल होकर उत्साह बढ़ाया।
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