इचाक निवासी पिता-पुत्र हत्याकांड में होने वाला दामाद निकला हत्यारा

इचाक निवासी पिता-पुत्र हत्याकांड में होने वाला दामाद निकला हत्यारा, खाने में नशीली दवा मिलाकर की गई हत्या, आरोपी के खिलाफ नौकरी के नाम पर ठगी करने का था आरोप
इचाक अभिषेक कुमार, प्रखण्ड के बरका गांव निवासी नागेश्वर मेहता और अभिषेक मेहता की निर्मम हत्या रविवार की देर शाम रांची के चुटिया थाना क्षेत्र स्थित शिवालिक होटल में की गई। दोनो मृतक पिता और पुत्र थे। उसके होने वाला दामाद ही साजिश के तहत हत्या की घटना को अंजाम दिया। हत्या में शामिल आरोपी का नाम चंदन प्रसाद है। रांची पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले कर पूछताछ किया जिसके बाद मामला का खुलासा हो गया है। जिसमे बताया गया की उसके दामाद ने ही खाने में बेहोशी की दवा मिलाकर बाप और बेटे को बेहोश कर दिया था। उसके बाद चंदन ने गला रेत कर दोनो की हत्या कर दी। इधर पुलिस ने बताया की मुख्य आरोपी चंदन के कमरा से चाकू और खून से लथपथ कपड़ा मिला है।
जाने क्या है हत्या का मुख्य वजह: चंदन कुमार का नागेश्वर महतो की बेटी से शादी तय हुआ था। दोनों के बीच शारीरिक संबंध बना था जिसका वीडियो नागेश्वर महतो के बेटे अभिषेक के हाथ लग गई। अभिषेक चंदन को ब्लैकमेल करने लगा और फंसा देने की धमकी देने लगा जिससे परेशान होकर एक साजिश के तहत चंदन ने इस घटना को अंजाम दिया। नागेश्वर महतो शनिवार की शाम हजारीबाग से अपने बेटे के साथ रांची पहुंचे थे। दोनों होटल शिवालिक में रुके। रात में दोनों ठीक थे। रविवार को दोनों की हत्या कर दी गई। इसकी जानकारी तब हुई जब शाम पांच बजे के आसपास खुद को नागेश्वर मेहता का होने वाला दामाद बताने वाला चंदन होटल के कमरा नंबर 201 में पहुंचते ही चीखते-चिल्लाते बाहर भागा। नीचे पहुंचकर होटल कर्मियों को हत्या की बात बतायी। होटल के कर्मियों ने जब कमरे में झांक कर देखा तो दोनों का शव होटल में पड़ा हुआ था। कमरे में हर ओर खून ही खून पसरा हुआ था। हाेटल के संचालक ने इसकी जानकारी तुरंत पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई थी। आरोपी चंदन नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था। मृतक के परिवार वालों ने चंदन पर आरोप लगाया कि नौकरी दिलाने के नाम पर पैसों की ठगी करता है। वह होने वाले ससुर नागेश्वर मेहता से एक लाख साठ हजार की ठगी की थी। वहीं नागेश्वर मेहता के रिश्तेदार अशोक मेहता से रिम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर 60 हजार की भी ठगी की गई है। मृतक के परिवार वालों से अब तक तीन लोगों से ठगी किया जा चुका था। साथ ही होने वाले दामाद चंदन के आधार कार्ड भी गलत होने का दावा किया गया है।
इधर सोमवार को रिम्स में शवों का पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। जहा इचाक के बरका गांव में देर शाम को शव पैतृक घर पहुंचा। पिता - पुत्र का शव गांव पहुंचते की पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। इस घटना से परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक के परिजनों ने कहा कि नागेश्वर मेहता ही इकलौता घर में कमाने वाले इंसान थे और उनके चले जाने के बाद घर की आर्थिक हालात और भी खराब हो जाएंगी। इधर शव पहुंचते ही दुखे परिवार को ढाढस देने कई समाजसेवी जनप्रतिनिधि मृतक के घर पहुंचे। मुक्ति धाम में दोनो का अंतिम संस्कार किया गया।

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