इचाक सीओ के खिलाफ ग्रामीणों ने ए सी से लगाई गुहार

इचाक सीओ और भू माफियाओं के खिलाफ ग्रामीणों ने ऐसी से लगाया गुहार भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी - राकेश रौशन
हजारीबाग इचाक क्षेत्र में लगातार मंदिर तालाब और बाग बगीचे के सार्वजनिक भूखंडों पर भू माफियाओं द्वारा अवैध तरीके से हड़पने का मामला सुर्खियों में बना रहा है। पंजी टू की चोरी के बाद लगातार ऐसा मामला देखा जा रहा है। जिसके खिलाफ ग्रामीणों ने गोलबंद होकर अपर समाहर्ता हजारीबाग से कार्रवाई की मांग को लेकर गुहार लगाई है। कई ग्रामीणों ने एडिशनल कलेक्टर हजारीबाग को आवेदन देकर कहां है कि इचाक अंचल अंतर्गत ग्राम परासी स्थित खाता नंबर 353, 354, प्लॉट नंबर1485,1486,1497,1489,1490 कुल रकबा 1.97 डी, सार्वजनिक भूखंड का बगीचा है। उक्त भूखंड परिसर में सैकड़ों वर्षो से पेड़ पौधे लगे हैं जिसे बगीचा (फुलवारी) के नाम से जाना जाता है। इसके निकट प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल भगवती मठ मंदिर है। जहां पर श्रद्धालु वर्षों से पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। बगीचा के बगल में दोनों ओर वर्षों पुराना तलाब है, जिसका उपयोग दर्जनों गांव के लोग कर रहे हैं। उक्त भूखंड पर कुछ भूमाफियाओं द्वारा इचाक अंचलाधिकारी की मिलीभगत से फर्जी कागजात बनाकर कब्जा करना चाह रहे हैं। भू माफियाओं को लाभ पहुंचाने के नियत से अंचलाधिकारी इचाक ने बगैर अपना हस्ताक्षर किए भूमि सीमांकन कराने का नोटिस भी जारी कर दिया। जिसका विरोध पिछले कुछ दिनों से स्थानीय ग्रामीण कर रहे हैं। उक्त भूखंड को बचाने के लिए पूरे पंचायत के लोग गोल बंद हो चुके हैं। अंचलाधिकारी इचाक की संदिग्ध भूमिका के कारण पूरे क्षेत्र के ग्रामीण क्षुब्ध हैं। इससे पहले भी सार्वजनिक तालाब को भरने और भवन निर्माण करवाने के मामले में अंचल कार्यालय की मिली भगत पर लगातार सवाल खड़ा होते आया है। सीओ के कार्यशैली पर उठते रहा है सवाल
इचाक अंचलाधिकारी मनोज महथा के कार्यशैली पर लगातार सवाल उठते रहा है। ग्रामीणों ने उनके खिलाफ कई बार आला अधिकारियों को आवेदन देकर बताया है कि इनके द्वारा भू माफियाओं को मदद करने का लगातार प्रयास किया जाता है। इस दौरान इचाक अंचल कार्यालय से पंजी टू की चोरी भी हो चुकी है। जिसके बाद से सरकार के कई बहुमूल्य भूखंड, सार्वजनिक तालाब, मंदिर और बाग बगीचे पर भू माफियाओं द्वारा अवैध दखल व कब्जा किया जा रहा है। जिसमें अंचलाधिकारी चुप्पी साधे दिखे हैं। अवैध काम करने वाले माफियाओं को सपोर्ट करते नजर आते हैं, क्योंकि सार्वजनिक भूखंडों पर अवैध कब्जा करने के खिलाफ कभी भी सीओ द्वारा कोई विधिवत कार्रवाई नहीं की जाती है। साथ ही चोरी गई पंजी 2 पुलिस द्वारा बरामद करने के बावजूद उसे रिलीज करने का पहल भी अबतक नहीं किया गया है। जिससे आम रैयत काफी परेशान रहते हैं। वही मौजा धरमू के खाता नंबर 132, प्लॉट नंबर 155 के सार्वजनिक तालाब को भी भरवाने में अंचल कार्यालय द्वारा भू माफियाओं को पूरा मदद किया गया। क्या कहते है अपर समाहर्ता
इस संबंध में एडिशनल कलेक्टर राकेश रौशन ने कहा कि मामला को गंभीरता से जांच किया जाएगा। जांच के दौरान दोषी पाए जाने वाले के ऊपर नियम संगत कार्रवाई की जाएगी। मेरे कार्यकाल के दौरान एक भी भूमाफिया को बख्शा नहीं जाएगा सरकारी व सार्वजनिक जमीन से अवैध दखल व जमाबंदी को निरस्त करते हुए कार्यवाई की जाएगी। आवेदन में गोपाल पांडे, गजेंद्र कुमार, नीलू देवी, नंद राम, दिनेश कुमार, सुरेश कुमार, दिलीप राम समेत कई ग्रामीणों का नाम शामिल है।

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