इचाक में शान से लहराया तिरंगा, देशप्रेमियों ने दी सलामी

झारखंड आंदोलनकारियों को किया गया सम्मानित
अभिषेक कुमार🖋️
इचाक। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इचाक प्रखण्ड में राष्ट्रीय त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, कॉलेजो, डाकघरों, बैंकों, पंचायत मुख्यालयों, संस्था कार्यालयों, सभी राजनीतिक दल के कार्यालयों के अलावा कई गांवों के चौक चौराहों पर हर्षोल्लास व शान के साथ तिरंगा फहराया गया। प्रखण्ड सह अंचल कार्यालय में प्रमुख पार्वती देवी ने झंडोतोलन किया। इस दौरान प्रखंड सह अंचल कार्यालय के पदाधिकारियों, कर्मियों, समाजसेवी और जनप्रतिनिधियों ने तिरंगे को सलामी दिया।
जिसके बाद झारखंड आंदोलनकारी मनोहर राम, आरके मेहता, रामप्रवेश सिंह को बीडीओ संतोष कुमार, सीओ रामजी प्रसाद गुप्ता द्वारा माला पहना कर एवं सॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया गया।
इसके अलावा साक्षरता कार्यालय में शिक्षक चंद्रधारी प्रसाद, पशु चिकित्सालय में प्रभारी, सामुदायिक अस्पताल में चिकित्सा प्रभारी डॉ ओम प्रकाश,
परियोजना बालिका में निशा कुमारी एवम् के एन प्लस टू उच्च विद्यालय में प्रभारी शिक्षक रविंद्र कुमार चौधरी, इचाक थाना में प्रभारी संतोष कुमार सिंह,एलएम आईटीआई कॉलेज, आदर्श इंटर कॉलेज में प्रभारी, दिलदार नवयुवक संघ बड़ा अखाड़ा में पूर्व 20 सूत्री अध्यक्ष गौतम नारायण सिंह, विधायक कार्यालय में प्रतिनिधि सच्चिदानंद अग्रवाल, गोबरबंदा पंचायत भवन में मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष रंजीत मेहता, पुराना इचाक में मुखिया किरण देवी, कैम्पियन बेसिक एकेडमी एवम संस्था मानव विकास में सचिव बीरबल प्रसाद , इंदिरा गांधी पीब्लिक स्कूल इचाक में प्राचार्य विपिन कुमार, जीएम कॉलेज में प्राचार्य शंभू कुमार,
संस्कृत विद्यालय में सचिव ओम प्रकाश, भाजपा पूर्वी व पशिचमी कार्यालय में अध्यक्ष अनिल मेहता और अजीत बक्शी, कांग्रेस कार्यालय में दिगम्बर कुमार मेहता, आजसू में प्रदीप कुमार मेहता, झामुमो कार्यालय में मनोहर राम के अलावा प्रखंड के सभी 19 पंचायत कार्यालय में पंचायत सचिवों की मौजूदगी में मुखिया ने झंडोतोलन किया। प्रखण्ड के विभिन्न दलों के नेता व कई गणमान्य लोग भी शामिल हुए।

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में खूनी खेल,

कैद की सजा काट रहा कैदी सुरक्षा कर्मी की हत्या कर फरार
प्रशासन मौन
अभिषेक कुमार
हजारीबाग! उम्र कैद की सजा काट रहा कैदी शाहिद अंसारी ने सुरक्षा कर्मी हवलदार की हत्या कर फरार हो गया. सजा काट रहा कैदी शाहिद अंसारी का हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान उसने सुरक्षा में तैनात हवलदार चौहान हेंब्रम की लोहे की राड से मारकर हत्या कर दी है. घटना के बाद हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह, एसडीओ समेत कई पदाधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं. पूरे मामले की तहकीकात कि जा रही हैं. वहीं जांच में फॉरेंसिक टीम की भी मदद ली जा रही है . फरार हत्यारा को गिरफ्तार करने के लिए पूरे इलाके में ऑपरेशन चलाया जा रहा है. शाहिद अंसारी को धनबाद जेल से हजारीबाग सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया था.
फरार सजा काट रहा कैदी शाहिद अंसारी के ऊपर दो मामला धनबाद में चल रहा था. सुदामा डीह थाना में केस संख्या 40/17 के तहत धारा 341, 323, 354,356D, 306, रेप समेत पोक्सो का मामला दर्ज है. वही पाथा हीह थाना में कांड संख्या 40/ 18 के तहत धारा 302 ,201, 382 के तहत मामला दर्ज है. कोर्ट ने इस उम्र कैद की सजा सुनाया है. जो मूल रूप से धनबाद का रहने वाला है. जिसकी उम्र लगभग 41 वर्ष है. इसका तालुकात प्रिंस गिरोह से बताया जा रहा है जो धनबाद का खूंखार गिरोह है .
प्राप्त जानकारी के अनुसार इसका शरीर का दाहिना हिस्सा मैं झनझनी का शिकायत करता था. जो एम्स में इलाज करने के लिए भी आवेदन दिया था. लेकिन इसका आवेदन अस्वीकार करते हुए हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया था. जो पिछले 14 दिनों से इलाज करवा रहा था.
घटना के बाद हजारीबाग एसपी अरविंद कुमार सिंह पूरे मामले की जानकारी लेने के लिए घटनास्थल पहुंचे. इन्होंने फॉरेंसिक की मदद से जांच शुरू की है. इस दौरान हजारीबाग सदर अनुमंडल पदाधिकारी समिति थाना के प्रभारी उपस्थित रहे. लेकिन घटना के बारे में हजारीबाग एसपी ने किसी भी तरह का बयान नहीं दिया. तो दूसरी ओर एसडीओ शैलेश कुमार सिंह भी बयान देने से बचते रहे. लगभग 2 घंटे तक एसपी मेडिकल कॉलेज प्रताप परिसर में उपस्थित रहे जिन्होंने सीसीटीवी कैमरे में सारी घटना को दिखा जिसमें यह स्पष्ट दिख रहा है कि कैदी शाहिद अंसारी घटना को अंजाम देकर बाहर निकल रहा है. उसे दौरान कोई भी सुरक्षाकर्मी बाहर तैनात नहीं थे.
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल से यह पहला मामला नहीं की को कैदी फरार हुआ हो. ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल या निशान खड़ा हो रहा है. वर्तमान समय में 30 होमगार्ड के जवान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तैनात किए गए हैं. वहीं निजी सुरक्षा गार्ड भी तैनात है .रात के समय महज एक सुरक्षा कर्मी के बदौलत कैदी वार्ड रहता है. वही कैदी वार्ड के बाहर भी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं .एक मुख्य दरवाजा है जिससे डॉक्टर मरीज और सभी कोई आना-जाना होता हैं. घटना को अंजाम देकर बड़े इत्मीनान के साथ अपराधी फरार हो गया.

प्रभार अदला-बदली में हंगामा, डीएसई आफिस में हाई वोल्टेज ड्रामा

•गढ़वा से आए नए डीएसई आकाश कुमार ने स्वत: ग्रहण किया प्रभार
• डीएसई संतोष गुप्ता ने चार्ज देने से किया इनकार
•जहां स्वागत-विदाई में पहनाना चाहिए माला, वहां सरकारी दफ्तर में जड़ दिया ताला
अभिषेक कुमार🖋️
हजारीबाग हजारीबाग नया समाहरणालय स्थित डीएसई आफिस में बुधवार को दिनभर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। जैसे ही गढ़वा से ट्रांसफर होकर चार्ज देने के लिए नए डीएसई आकाश कुमार आए पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता उनका स्वागत करने की जगह सरकारी दफ्तर में ताला बंद करा यह कहते हुए निकल गए कि चार दिनों के बाद प्रभार देंगे। प्रभार लेने और योगदान देने हजारीबाग आए नए डीएसई आकाश कुमार ने सरकारी आदेश का हवाला दे बुधवार को ही प्रभार सौंपने को कहा। लेकिन पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता निकल वहां से चलते बने। कोई चारा नहीं देख आकाश कुमार डीइओ प्रवीण रंजन के पास गए। फिर डीसी से मिल कर स्वत: प्रभार ग्रहण करने की अनुमति मांगी। इस बीच संतोष गुप्ता कोई रजिस्टर लेने आए और जैसे ही दफ्तर का ताला खुलवाया डीएसई ने चार्ज एज्युम कर लिया। फिर क्या था, पूर्व डीएसई को कुछ नहीं सूझा तो शिक्षकों की काउंसिलिंग के लिए डीएसई आफिस में बेंच लगवाने लगे। सरकार के ट्रांसफर लेटर में काउंसिलिंग का जिक्र है कि डीएसई काउंसिलिंग करेंगे। ऐसे में अब काउंसिलिंग की जिम्मेवारी नए डीएसई की है, अन्यथा सरकार ने जिन शिक्षा पदाधिकारियों के तबादले का आदेश पत्र जारी किया है, उसमें काउंसिलिंग का जिक्र ही नहीं होता। इधर एज्युम चार्ज पर डीइओ ने हस्ताक्षर करने की बात कही है। ऐसे में पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता को प्रभार लेने की मजबूरी है।
आखिर नए डीएसई को चार दिनों बाद प्रभार क्यों देना चाह रहे थे संतोष गुप्ता, जानिए अंदरखाने की बात
तबादला होकर आए नए डीएसई आकाश कुमार को आखिर संतोष गुप्ता प्रभार देना क्यों नहीं चाह रहे थे। इस मामले में झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मो. अतिकुज्जमा ने कहा कि दूसरे जिले से आए शिक्षकों की पोस्टिंग के लिए लाखों रकम की वसूली की गई है। अब पूर्व डीएसई पशोपेश में हैं कि जिला स्थापना समिति की बैठक नहीं होने से उन शिक्षकों को क्या जवाब देंगे। ऐसे में शिक्षकों से वसूली गई रकम लौटानी होगी। दरअसल किसी को तनिक अनुमान नहीं था कि सरकार का फरमान जारी होते ही ने डीएसई प्रभार लेने आ जाएंगे। पूर्व डीएसई को संभालने का मौका ही नहीं मिला। इन चार दिनों में डीएसई आफिस में और क्या-क्या खेल होंगे कहना मुश्किल है। क्या-क्या अनियमितताएं और सबूत मिटाए जाते या फिर शिक्षकों को रकम लौटाई जाती। वहीं अपने चहेते पदाधिकारियों, कर्मियों और शिक्षकों के भी भविष्य की राह तलाशते। बहरहाल चार्ज नहीं देने से स्वत: ही सारे कारनामों की पोल पलभर में उजागर बीती स्पष्ट परिलक्षित होती प्रतीत हुई।
आरडीडीई आफिस में भी हो चुकी है चार्ज रिज्युम की घटना
""""""""""""""""""""" आज से करीब 20 साल पहले आरडीडीई आफिस में भी चार्ज रिज्युम की घटना है चुकी है। तब नगीना राम को लक्ष्मण सिंह चार्ज नहीं दे रहे थे। वर्ष 2003 में मजिस्ट्रेट की अगुवाई में दफ्तर का ताला तुड़वाकर नगीना राम ने स्वत: चार्ज लिया था।
पोस्टिंग के लिए रकम देनेवाले शिक्षक पशोपेश में, बुरे फंसे बिचौलिए
दूसरे जिले से ट्रांसफर होकर आए 93 में वह सभी शिक्षक सकते में हैं, जिन्होंने बिचौलियों के माध्यम से मनचाही पोस्टिंग के लिए लाख-सवा लाख तक खर्च किए हैं। उनकी पोस्टिंग पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता के माध्यम से होनी थी। लेकिन अब नए डीएसई के आ जाने से पुराने डीएसई के तुरूप का पत्ता बदल गया। ऐसे़ में शिक्षक यह पशोपेश में हैं कि इतनी राशि खर्च कर मनचाहे स्कूलों में पोस्टिंग मिलेगी या नहीं। वहीं बिचौलिए की भूमिका निभाने वाले कुछ बीइइओ, क्लर्क, कंप्यूटर आपरेटर, सरकारी व पारा शिक्षक सकते में हैं कि पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता की पिंड तो छूट गई, शिक्षकों के कोप भाजन का शिकार तो अब बिचौलिए ही बनेंगे। चूंकि स्थापना में पूर्व डीएसई की सूची बदलनी तय है। दरअसल इस वसूली मामले की शिकायत डीएसई से लेकर शिक्षा सचिव व मुख्यमंत्री तक हो चुकी है। कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि इसी वजह से शनिवार को जिला शिक्षा स्थापना समिति की बैठक टाल दी गई और पूरे कार्यकाल में सर्वाधिक विवादित रहनेवाले पूर्व डीएसई संतोष गुप्ता अपनी ही कारस्तानी के चक्रव्यूह में फंस गए।

वज्रपात के चपेट में आने से बालक की गई जान

अभिषेक कुमार🖋️
इचाक इचाक थाना क्षेत्र के काला द्वार गांव स्थित पार टांड़ में हुई बज्रपात की चपेट में आने से बैजनाथ साव के 12 वर्षीय पुत्र मैक्स कुमार की मौत घटना स्थल पर ही हो गई। मृतक बालक अपने मां पिता के साथ पार टांड़ में धनिया का बीज लगा रहा था। इसी दौरान बज्रपात हो गई। जिसके चपेट में मैक्स आ गया। घटना में मृतक के पिता बैजनाथ साव और उसकी मां बाल बाल बच गई। मृतक बच्चे की मौत की खबर सुनने के बाद गांव वालों की भीड़ पार टांड़ की ओर उमड़ पड़ी।मैक्स सातवीं का छात्र था। लोगों ने आनन-फनन में बालक को अस्पताल ले जाने का भरपूर कोशिश किया लेकिन बुजुर्गों ने बता दिया कि उसकी मौत हो चुकी है। मौके पर पहुंची मुखिया सीता कुमारी ने मृतक के परिजनों को सरकारी प्रावधान के अनुसार मुआवजा और आवश्यक सहयोग का आश्वासन दिया है । मृतक बालक के शव का पोस्टमार्टम गुरुवार को कराया जाएगा। इसके बाद अग्नि गुरुवार को किया जाएगा मृत बालक दो बहनों में इकलौता भाई था उसकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है।

उप मुखिया पर रिश्वत मांगने का लगा आरोप

डीसी को सौंपा ज्ञापन
अभिषेक कुमार🖋️
इचाक प्रखंड के हदारी पंचायत निवासी मनरेगा के किसानों ने अपने ही पंचायत के उप मुखिया पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। जिसे लेकर हजारीबाग उपायुक्त नैंसी सहाय को आवेदन सौप कर मामला का जांच करने की गुहार लगाया गया है। दिए गए आवेदन में कहा है कि हमलोग हदारी के मनरेगा किसान लाभुक है। हमलोग के नाम से मुख्यमंत्री पशुधन योजना के तहत सेड निर्माण की स्वीकृति हुई थी। जिसका सामग्री का भुगतान 18/06/2024 को हुआ। भुगतान होने के बाद उपमुखिया बबलु कुमार के द्वारा 10% रिश्वत की माँग कि जा रही थी। नही देने पर हमलोग के विरुद्ध आवेदन देकर शिकायत किया की बिना योजना का भुगतान हुआ है। इन्होंने पहले भी पुर्व मुखिया सदा देवी के विरूध RH-D विभाग, शौचालय निर्माण SDM के तहत दबंगई का धौंस दिखाकर रिश्वत की मांग किया था। उस समय हजारीबाग उपायुक्त महोदय रवि शंकर शुक्ला के द्वारा जाँच किया गया था। जो शिकायत निराधार बताया गया था। उस समय भी आवेदन कर्ता बबलु कुमार ही था। इसका काम यही है की रिश्वत नहीं देने पर शिकायत करते रहना। अब भी उपमुखिया बबलु कुमार के द्वारा शिकायत पत्र उपायुक्त को सौपा गया है जो की गलत है। आवेदन देने वालो में कुन्दन मेहता, दिवाकर कुमार, अमरनाथ कुमार, यशवंत कुमार मुकेश कुमार समेत दर्जनों का हस्ताक्षर शामिल है।
क्या कहते है उप मुखिया
इस संबंध में उप मुखिया बब्लू कुमार ने कहा की लगाए गए आरोप निराधार है। अगर ईमानदारी से इसकी जांच होती है तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। कैसे योजनाओं का बंदरबाट हो रहा इसकी सच्चाई सबके सामने आ जाएगी।

भ्रष्टाचार के खिलाफ इचाक के पंचायत प्रतिनिधियों ने आंदोलन का किया एलान

जनप्रतिनिधियों द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद व निराधार - बीडीओ
अभिषेक कुमार🖋️
इचाक प्रखंड के मुखिया संघ और अन्य पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा मंगलवार को हदारी पंचायत भवन में बैठक किया गया। जिसकी अध्यक्षता डुमरौन के मुखिया चौहन मेहता ने किया।इस दौरान मुखिया संघ द्वारा बीडीओ और सीओ पर आरोप लगाते हुए कहा की इचाक प्रखंड सह अंचल कार्यालय में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है। मनरेगा कार्य में बीडीओ की मनमानी से तंग होकर आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ा है। जिसके लिए इचाक प्रखंड के 19 पंचायत के सभी मुखिया आंदोलन करने का एलान किया है। मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष रंजीत कुमार मेहता ने कहा इचाक बीडीओ संतोष कुमार के कार्यशैली एवं उनके मनमानी रवैया से सभी जनप्रतिनिधि आहत हैं। इसलिए प्रखंड मुख्यालय के समक्ष सभी जनप्रतिनिधि अनिश्चित कालीन धरना देने का मन बना चुके हैं। जिसके रूप रेखा को लेकर बैठक की गई। एसडीओ हजारीबाग को आवेदन देने के बाद तिथि की घोषणा की जाएगी। मुखिया संघ के संरक्षक अशोक कपरदार ने कहा कि बीडीओ संतोष कुमार अपने पावर का दुरुपयोग कर रहे हैं. बीडीओ द्वारा मनरेगा का सभी कार्य ग्राम रोजगार सेवक एवं ऑपरेटर के माध्यम से बाजबरन प्रखंड कार्यालय से करवा रहे हैं. जिससे मुखिया का अधिकार का हनन हो रहा हैं.मुखिया संघ के प्रखंड अध्यक्ष सकेंद्र प्रसाद मेहता ने आरोप लगाते हुए कहा की बीडीओ एवं सीओ रिश्वत के बगैर कोई काम नहीं करते. एलपीसी बनाने में मोटी रकम वसूली कर रहे हैं एवं म्यूटेशन,भूमि प्रतिवेदन बनाने के नाम पर वसूली करते हैं। वहीं प्रखंड कर्मी हो या अंचल कर्मी पंचायत भवन में कोई नहीं बैठता है जिस कारण विकास कार्य करवाने में लाभुक को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। मौके पर उप प्रमुख सत्येंद्र कुमार, मुखिया मोदी मेहता ,उमेश प्रसाद ,निशु कुमारी, संगीता देवी ,अशोक राम, सिकंदर कुमार राम, मंजू देवी, नंदकिशोर मेहता ,एवं मुखिया प्रतिनिधि कुशलचंद मेहता, चंदन मेहता ,श्रीकांत मेहता ,ओमप्रकाश मेहता, दयानंद कुमार, मौजूद थे.
जनप्रतिनिधियों द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद व निराधार - बीडीओ
इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार गुप्ता ने बताया की पंचायत के विकास में जनप्रतिनिधियों की बड़ी भूमिका होती है। मुखिया वित्तीय पावर के साथ एक जिम्मेवार नागरिक होते है। इस तरह का बेबुनियाद और निराधार आरोप लगाना उचित प्रतीत नहीं होता। आंदोलन और बैठक की कोई जानकारी मुझे नहीं है। सच्चाई के साथ उचित प्लेटफार्म पर मुखिया को बात करना चाहिए था। अगर प्रखंड कर्मी के खिलाफ कोई भी शिकायत मिली है उस पर त्वरित संज्ञान लिया गया है। अभी तक किसी मुखिया के द्वारा कभी भी कोई शिकायत मुझे प्राप्त नहीं हुई।

छठे दिन भी नहीं मिला कोचिंग संचालक दंपति का सुराग

लापता युवती के परिजनों ने इचाक पहुंचकर पुलिस से लगाई न्याय की गुहार
अभिषेक कुमार
इचाक प्रखंड के कुरहा गांव निवासी शिक्षक दंपति राहुल और पूजा के 14,15 जून की रात को रहस्यमय ढंग से गायब होने के मामले में लोग मुखर होने लगे है।मामले को लेकर पुलिस और शिक्षक दंपति के परिजनों के कार्यशैली पर अंगुली उठने लगी है।पुलिस की सुस्ती से लोगो में आक्रोश पनपने लगा है।राहुल कुमार आईएएस की परीक्षा में पास नही हो सका किंतु प्यार मोहब्त की परीक्षा में आसानी से पास हो गया।उसके साथ में आईएएस की तैयारी कर रही आजमगढ़ यूपी की पूजा यादव से उसे प्यार हो गया।दोनो का प्यार इस कदर प्रवाण चढ़ा की राहुल और पूजा पति पत्नी के रूप में रहने लगे।दोनो से ऐसे व्यवहार से परिजन नाराज थे।बाबजूद इसके चार साल पूर्व दोनो दिल्ली से इचाक के कुरहा गांव पहुंचे।जिसके बाद राहुल के घरवालों से उसकी अनबन और बढ़ गई।जिसे लेकर कई बार पंचायत भी हुई।सामाजिक स्तर से कोई हल नहीं निकलने पर मामला थाना पहुंचा।परिजनों से बढ़ते विवाद को देख राहुल और पूजा ने इचाक बजार स्थित शिव मंदिर के बगल में पिता द्वारा बनाया गया बिल्डिंग में दिल्ली कोचिंग सेंटर खोला। जिसमे छात्र छात्राओं को दोनो पढ़ाने लगे।इस बीच दोनो कुरहा से इचाक में शिफ्ट कर गए।दोनो को क्या पता था कि उनके साथ ऐसी अनहोनी होगा। राहुल के परिजनों और उसके बीच शनिवार को नोक झोंक भी हुआ।और उसी रात से राहुल और पूजा के गायब होना किसी के गले नहीं उतर रहा है। ____________________________
कैंडल मार्च निकाल कर लोगो ने किया प्रदर्शन
लापता दंपति मामले के विरोध में युवकों ने निकाला कैंडल मार्च
लापता कोचिंग संचालक राहुल कुमार एवं उसकी पत्नी पूजा यादव के रहस्य मय ढंग से लापता होने एवं परासी शमशान घाट में चोरी चुपके शव को जलाने की घटना के विरोध में युवाओं ने गुरुवार शाम को इचाक बाजार में कैंडल मार्च निकाला. लोगों ने कहा कि पुलिस दोनों पहलुओं का सघन जांच कर मामला का पर्दाफाश करें यदि पुलिस समय रहते मामले का उद्वेदन नहीं करती है तो उग्र होकर आंदोलन किया जाएगा. आदर्श युवा संगठन के नेता गौतम कुमार ने कहा कि आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने के लिए 21 जून को इचाक बाजार को पूर्णता बंद रखा जाएगा. कैंडल मार्च में गजेंद्र प्रजापति, मौलाना मुख्तार प्रदीप मेहता, राजेंद्र मेहता, सुनील वैध , सीटू सिंह, उमेश गुप्ता समेत दर्जन युवा शामिल थे. _________________________
राहुल पुजा का नहीं है कोई संतान
राहुल और पूजा पिछले 4 वर्ष से पति-पत्नी के रूप में इचाक शिवामंदिर के बगल स्थित अपने पिता द्वारा बनाए मकान में रह रहे थे। जहां रह कर दोनो कोचिंग का संचालन कर जीविका चलाते थे। शादी के इतने साल बाद दोनों का कोई संतान नहीं है।
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राहुल और पूजा ने किया था प्रेम विवाह ,अगले माह होनी थी शादी
राहुल और पूजा आई ए एस के तैयारी के दौरान प्रेम विवाह किया था।जिसके खिलाफ दोनों के परिजन थे। इधर हाल के दिनों में पूजा के परिजन की रजामंदी के बाद जुलाई माह में दोनों हिंदू रीति रिवाज के साथ शादी करने वाले थे। इसी बीच पूजा और राहुल के साथ घटित घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है।
दो भाई में बड़ा था राहुल दिल्ली कोचिंग सेंटर के संचालक राहुल कुमार दो भाई में बड़ा था उसका छोटा भाई इचाक बाजार में मुनेश्वर वस्त्रालय को चलाता है।वह मां बाप के साथ कुरहा में रहता है।उसकी शादी हो चुका है।उसका संतान भी है।
इचाक थाना पहुंच कर पूजा के परिजन ने लगाई गुहार
___________________________ आजमगढ़ यूपी की पूजा और उसके पति राहुल के अचानक गायब हो जाने से लड़की के परिजन परेशान है। अगले महीने जहां शादी की पूरी तैयारी करने में जुटे लड़की के परिजन खुश थे वहीं उनकी खुशी गम में बदल गई और अपनी बेटी को ढूंढते उसके पिता इचाक आ पहुंचे। इधर गायब पूजा के पिता राम मूर्त यादव, बहन नीलम यादव, जीजा हिमांशु यादव, भाई बिनोद यादव थाना पहुंच कर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। सभी ने लापता युवक के हाथ का कड़ा और युवती के गहने का पहचान करवाते हुए परासी के शमशान घाट में छः दिनों पूर्व जली दो अज्ञात शव के तार से जोड़ कर देखा जा रहा। हालांकि इस मामले पर अभी कुछ सटीक कह पाना मुश्किल होगा।
घटना के चार दिन बाद थाना में आवेदन देना,संदेहास्पद _______________________ कोचिंग संचालक दंपति गायब ममले में राहुल के पिता ईश्वर मेहता द्वारा घटना के चार दिन बाद थाना में आवेदन देना संदेह के घेरे में है। मामले में पूछे जाने पर ईश्वर मेहता ने बताया कि सोमवार और मंगलवार को आवेदन देने थाना गया था।वहां मौजूद ओडी अफसर ने यह कह कर वापस भेज दिया कि अपने स्तर से एक-दो दिन खोज बिन कर लो, नहीं मिलने पर आवेदन देना। खोजबीन पुलिस कर लेगी।
एक दो दिन में मामले का खुलास, थाना प्रभारी
__________________________ मामले को लेकर इचाक थाना प्रभारी संतोष कुमार ने कहा कि एक से दो दिनों में मामले का खुलासा कर लिया जाएगा। लापता कोचिंग संचालक दंपति और अन्य कई लोगो का फोन नंबर टेक्निकल सेल में भेजा गया है। गुमशुदगी और अज्ञात शव का जलना दो अलग अलग घटना है। जिसे बिना जांच किए एक तार साथ जोड़ना उचित नहीं है। दोनो अलग अलग मामले को पुलिस सभी बिंदुओं से जांच कर रही है। अगर अपराध हुआ है तो जल्द पुलिस अपराधियों तक पहुंचेगी और घटना को अंजाम देने में शामिल अपराधियों का पता लगाएगी।

इचाक में शान से लहराया तिरंगा, देशप्रेमियों ने दी सलामी

झारखंड आंदोलनकारियों को किया गया सम्मानित अभिषेक कुमार🖋️ इचाक। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इचाक प्रखण्ड में राष्ट्रीय त्योहार हर्षोल्लास...